बदल रही है धौलपुर जिले जी तकदीर और तस्वीर

वक्त के साथ बदल रही है धौलपुर जिले की तस्वीर और तकदीर
आशान्वित जिला कार्यक्रम में देश में अव्वल रहा धौलपुर,शिक्षा और
चिकित्सा में चली बदलाव की बयार
-प्रदीप कुमार वर्मा
धौलपुर। चंबल के बीहडों में दुर्दांत दस्युओं की शरणस्थली के रूप में देश
और दुनिया में कुख्यात रहे धौलपुर जिले की तस्वीर अब बदल रही है। चंबल के
बीहड में सक्रिय ज्यादातर छोटे बडे दस्यु अब सलाखों के पीछे हैं। वक्त के
साथ बदल रहे धौलपुर जिले में अब शिक्षा,चिकित्सा एवं
स्वास्थय,कृषि,पापेषण तथा वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में तरक्की से आवाम
की तकदीर बदल रही है। धौलपुर जिला केन्द्र सरकार के नीति आयोग के
आशान्वित जिला कार्यक्रम की सूची में पूरे देश में अव्वल आया है। इस
उपलब्धि से धौलपुर जिले के विकास को पंख लगे हैं,साथ ही वर्ष 2022 तक नए
भारत के निर्माण में धौलपुर जिले की भी नई पहचान बनने की आस बंध रही है।
                केन्द्र सरकार की नीति आयोग द्वारा पूरे देश में संचालित किए जा रहे
आशान्वित जिला कार्यक्रम के तहत देश में ऐसे 112 जिलों को शामिल किया गया
है,जहां विकास की विपुल संभावनाएं हैं। इनमें से राजस्थान के पांच
जिले-धौलपुर,बारां, जैसलमेर, सिरोही और करौली शामिल हैं। इस कार्यक्रम के
तहत 2022 तक नये भारत के निर्माण की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
जिसके तहत  पांच सेक्टर के कुल 49 इंडीकेटर्स शामिल किए गए हैं। इस
कार्यक्रम के तहत नीति आयोग द्वारा जारी डेल्टा रैंकिग में धौलपुर जिला
112 जिलों में से देश में प्रथम स्थान पर आया है।
                धौलपुर जिले की इस उपलब्धि में धौलपुर में हाल ही में पदस्थापित किए गए
जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल की महती भूमिका है। उनके कार्यग्रहण के
समय धौलपुर जिला 111वीं रैंक पर था। उन्होंने जिले को इस रैंक से बाहर
लाने के लिए सर्वप्रथम विशेष रणनीति अपनाकर  मनन एवं चिन्तन करते हुए
स्वास्थ्य एवं पोषण  क्षेत्र के पैरामीटर का धरातल पर जाकर अथक प्रयास कर
किए। नतीजतन धौलपुर जिले ने इतनी बडी छलांग लगाई और खुद को विकास के
मापदंडों पर पहली पायदान पर स्थापित किया।
                इस उपलब्धि से उत्साहित जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल बताते हैं कि
6 नवंबर 2019  को जारी डेल्टा रैंक में जिले ने समग्र प्रर्दशन में दश
में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार स्वास्थ्य एवं पोषण क्षेत्र
मेें भी देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। डेल्टा रैंक में देश मे
प्रथम स्थान आने पर नीति आयोग भारत सरकार से जिले को 10 करोड रूपए की
अतिरिक्त राशि आंवटित की जाएगी, जिससे जिले के विकास कार्यो को गति
मिलेगी। जायसवाल ने बताया कि इस अतिरिक्त आवंटित राशि को कुपोषण से
मुक्ति दिलाने समेत चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर बनाने पर खर्च किया
जाएगा।
                इस उपलब्धि को बरकरार रखने के लिए कार्ययोजना के संबंध में उन्होंने
भावी रूपरेखा के बताया कि जिले में कृषि एवं जल-संसाधन तथा वित्तीय
समावेशन क्षेत्र से संबंधित संकेतकों की प्रगति में सुधार करने के लिए
प्रयास चल रहे हैं। इस संबंध में कृषि फसल बीमा एवं वित्तीय समावेशन के
संकेतकों में सुधार के लिए नया नवाचार कर बीमा चौपालों और वित्तीय
चौपालों का आयोजन किया जा रहा है। वित्तीय समावेशन के तहद मुद्रा योजना
मे स्वयं सहायता समूहों की 5 हजार महिला सदस्यों के परिवार को स्वयं का
व्यवसाय स्थापित करने एवं पररिवार की स्थिति को मजबूत करने के लिए  ऋण
दिलाने के लिए मेगा कैंप का आयोजन किया जाना भी प्रस्तावित है।