बालिकाओं के सुनहरे भविष्य के लिए उन्हें शिक्षित करना आवश्यक : डीएम
बालिका दिवस पर विधि कालेज में हुआ कार्यक्रम
धौलपुर। जिला प्रशासन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा महिला अधिकारिता
विभाग के संयुक्त तत्वाधान में राजकीय विधि महाविद्यालय में शुक्रवार को
राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। समारोह के मुख्य अथिति जिला कलक्टर
राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि हम सबको नये समाज की स्थापना करने के लिए
बेटियों को पढ़ाना अत्यन्त आवश्यक है। महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा
सुनिश्चित करने के लिए एवं उन्हें आत्मरक्षा के लिए सशक्त बनाने के लिए
जिले के 540 विद्यालयों में 40 हजार बच्चों को आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण
दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण को बढावा देने के लिए
महिला शक्ति दल का भी गठन किया है। जिसमें शामिल महिला ब्लैक कैट कमांडो
एवं स्कूटी दल बालिकाओं की किसी भी आपातकालीन स्थिति में घटना घटित होने
पर इसकी सूचना व्हाइटसप एप के माध्यम से मिलने के साथ ही तुरन्त मौके पर
पहुॅचकर सुरक्षा प्रदान करेंगी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एडीजे
शक्ति सिंह ने कहा कि कानून की दृष्टि में महिला एवं पुरूष को बराबर के
अधिकार दिए गए हैं। महिलाएं जागरूक होकर अपने अधिकारों को पहचानें। कम
उम्र में बच्चियों की शादी न करवायें, अगर 15 वर्ष की आयु की बच्ची कर दी
जाती है तो कोर्ट के माध्यम से उसे खारिज करवा सकती है। उन्होंने दहेज
कानून की धारा 498 ए की जानकारी देते हुए कहा कि इसका सदुपयोग करें
दुरूपयोग न करें। पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने कहा कि हमारे समाज में
महिलाएं एवं बालिकाएं सशक्त बनें इसके लिए महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए
प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिससे महिलाएं एवं बालिकाएं सशक्त बने और
अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें। उन्होंने कहा कि जिले का आत्मरक्षा
प्रशिक्षण कार्यक्रम सरकार की मंशा अनुसार पूरे राज्य में रोल मॉडल के
रूप में लागू किया जायेगा। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
अधिकारी डा. गोपाल प्रसाद गोयल,सदर अस्पताल के पीएमओ डा. समरवीर सिंह एवं
उप निदेशक आईसीडीएस राजेश चौहान ने महिला सशक्तिकरण के लिए संचालित की जा
रहीं योजनाओं पर प्रकाश डाला। अंत में महिला अधिकारिता विभाग के सहायक
निदेशक राजराज मीना ने उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
बालिकाओं के सुनहरे भविष्य के लिए उन्हें शिक्षित करना आवश्यक : जायसवाल