हडताल : बैंककर्मियों ने धरना देकर जताया विरोध
वेतन समझौता शीघ्र लागू करने की मांग
धौलपुर। यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक युनियंस के आह्वान पर बैंककर्मियों की
देशव्यापी हड़ताल के तहत धौलपुर में शनिवार को दूसरे दिन भी सार्वजनिक
क्षेत्र के बंद रहे। देशव्यापी हडताल के चलते धौलपुर में सार्वजनिक
क्षेत्र के सभी बैंकों के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी हड़ताल पर रहे। हडताल
के कारण धौलपुर जिले में बीते दो दिन करीब ढाई सौ करोड का कारोबार
प्रभावित हुआ तथा लोग खासे परेशान रहे। यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक यूनियन के
आह्वान पर हडताल के दूसरे दिन धौलपुर जिले के सार्वजनिक क्षेत्र के सभी
बैंक कर्मियों द्वारा कचहरी परिसर स्थित भारतीय स्टेट बेंक मुख्य शाखा पर
धरना एवं प्रदर्शन किया गया। धरने के दौरान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ
एसोसिएसन जयपुर वृत्त के संगठन सचिव अखिलेश कुमार गोला एवं शाखा अध्यक्ष
ज्योति कुमार ने कहा कि परिचालन लाभ पर स्टाफ वेलफेयर फ़ंड का आवंटन किया
जाए। बैंक में कार्यरत संविदा कर्मी एवं बैंक वीसी आदि के लिए समान कार्य
के लिए समान वेतन का फॉर्मूला लागू किया जाए। एसबीआईओए के अमित गुप्ता
एवं एसबीआईएसए के रामजीलाल माहोर ने पांच दिवसीय कार्य सप्ताह लागू करने
की मांग करते हुए कहा कि बैंक का अधिकतर कार्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हो
रहा है। प्रधानमंत्री भी डिजिटल इंडिया बनाने के लिए डिजिटलाइजसन की अपील
कर चुके हैं। एआईपीएनबीओए के सयुंक्त सचिव नाहर सिंह ने बताया कि हड़ताल
बैंक कर्मियों का कभी शौक नहीं रहा है। अब हमें आईबीए के अडिय़ल रवैये के
कारण मजबूरी में हड़ताल करनी पड़ रही है। हमारी दो दिन की हड़ताल के लिए
दो दिन का वेतन काटा जाएगा। बताते चलें कि बैंकों का वेतन समझोता नवम्बर
2017 से लंबित है। इंडियन बैंक एसोसिएसन द्वारा दो प्रतिशत वेतन वृद्धि
के ऑफर से शुरुआत की गई जो कि बड़ा ही शर्मनाक है। वहीं, 30 जनवरी को
पिछली वार्ता में आईबीए द्वारा 13.25 प्रतिशत का ऑफर दिया गया था, जो कि
यूनाइडेट फॉरम द्वारा अस्वीकार कर दिया। बैंक यूनियन के पदाधिकारियों ने
बताया कि यदि आईबीए का यही रवैया रहा तो आगे 11 से 13 मार्च एवं एक
अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।
बैंक कर्मियों की हड़ताल जारी, ढाई सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित